झूठ भी एहसास हुआ करते हैं
सच से ज्यादा ताकतवर हुआ करते है
कभी यही झूठ बहला देते है मन को
अंधेरे में जो इक दीया सा दिखा देते हैं
सच तो केवल कड़वाहट देता है
जीते जी नहीं केवल मरने के बाद साथ देता है
झूठ के दम पर माना दुनिया नहीं टिकती
फिर भी ये झूठ एहसास हुआ करते हैं
मन को मन से बांधने के लिए
साथ दिया करते हैं।
राजेश्री गुप्ता
Very nice poem
जवाब देंहटाएं