शुक्रवार, 1 मई 2020

शुभकामना

जीवन में हर पल, आगे बढ़ना।
कभी भी पीछे मुड़कर न देखना,
क्योंकि आगे बढ़ना ही जीवन है,
रुकना तो मौत की निशानी है।
संघर्ष तो जीवन में सबके होता है,
डर के उससे क्या कोई रोता है ?
प्रकृति का नियम है कि
वह हर पल बदलती है।
इसी तरह दुखों की कड़ी
धूप भी इक दिन,
सुख की शीतल छांव में ढलती है।
मेरी यही कामना,
सभी के प्रति समर्पित यह भावना
जीवन आपका जगमगाता रहे,
आशाओं के दीप से।
राहों में बिछे खुशियों के सुमन,
आंसू बन जाए मोती सीप के।
                             राजेश्री गुप्ता

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