साया
जिंदगी का साथी है यह साया,
सुख दुख का साथी है यह साया,
जिंदगी में हर कोई नहीं देता साथ,
पर यह साया रहता साथ,
गम से भरी जिंदगी हो,
या हो खुशहाल व्यतीत ,
हर पल साथ है यह साया।
जिंदगी के हर मुकाम का दोस्त ,
कटु सत्य की पहचान है साया,
प्यार का जीवन है यह साया,
संघर्षों में भी साथ रहकर,
मरते दम का साथी है यह,
जीवन की पगडंडी पर,
मित्र बनकर साथ चलता है यह,
गर्मी सर्दी हो या बारिश,
या पवन का वेग समेत ,
मुश्किल के हर रस्ते पर भी ,
साथ रहता है यह साया ।
अमीर गरीब, ऊंच-नीच,
सबका साथी है यह साया,
साया है, यह साया है ।
जन्म से लेकर मृत्यु तक का,
न मिटने वाला पाया है।
दुख में साथ सदा रहता है,
फिर भी लोग इस से कतराते हैं ,
हर पल दूर भागते इससे,
पर हाथ छोड़ ना पाते हैं।
इसकी बाह पकड़ कर ही,
कइयो ने चलना सिखा है,
जीवन के कठिन क्षणों में भी,
मर मर कर जीना सिखा है,
शुरू से अंत तक का सफर,
इसके साथ कटता है,
इसके सिवा जिंदगी का,
इक पल भी व्यर्थ न कटता है ।
साथ सदा रहता है यह,
तभी तो इसको साया कहते हैं ,
जिंदगी का साथी है यह साया
सुख दुख का साथी है यह साया।
राजेश्री गुप्ता
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